न्यूजीलैंड विश्व कप टीम में भारतीय तेलुगु भाषी स्नेहित रेड्डी चयन

न्यूजीलैंड विश्व कप टीम में भारतीय तेलुगु भाषी स्नेहित रेड्डी चयन

New Zealand World Cup

New Zealand World Cup

**  अंडर- 19 वल्ड क्रिकेट टीम के लिए चयन हुआ ।

**  गृह ग्राम कृष्णा जिला कांकीपाडु मंडल चलिवेंद्रपालेम है ।

** देवीरेड्डी स्नेहित रेड्डी जो न्यूजीलेंड में एक ऑलराउंडर के रूप में उत्कृष्टता प्राप्त की हैं

** अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के रूप में पहचान बनाई ।


( अर्थ प्रकाश / बोम्मा रेडड्डी )

  विजयवाडा : New Zealand World Cup: (आंध्र प्रदेश )  कांकीपाडु (पेनमालुर) आमतौर पर कोई घर पर रहकर खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए टीम में जगह बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा करता है। एक ही विदेशी भारतीय विदेश में रहना और उस देश की टीम में जगह पाना एक खास बात तो है ही  ... I

भारतीय संस्कृति सभ्यता में फूल फूलों हमारे तेलुगु भाषी लड़के ने ये उपलब्धि हासिल की है. . एक तेलुगुआंध्र प्रदेश का संपन्न कृषक परिवार का यह युवा, जो पढ़ाई के लिए न्यूजीलैंड गया और व्यवसाय में बस गया, उसने देश की अंडर -19 विश्व कप क्रिकेट टीम में जगह बनाई और अपने गृहनगर और 'कृष्णा' की प्रसिद्धि का ताज हिलाया। हमारे युवा क्रिकेटर की सफलता की कहानी जो एक ऑलराउंडर के रूप में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं...
देवी रेड्डी स्नेहित रेड्डी
मंडल चालिवेंद्र पालम के कृषक परिवार से देवी रेड्डी वेंकट रेड्डी और श्रीमती सत्यमंबा के बेटे, शिव रामकृष्ण रेड्डी ने अपनी डिग्री के बाद न्यूजीलैंड में एमबीए पूरा किया भारत आया यहा  बोयापटी क्लारादीप्ति से शादी किया  विवाह के पश्चात अपने देश न्यूजीलैंड वापस चले गए और न्यूजीलैंड लौटकर वहीं कैफे में बस गए।  उनके बेटे देवी रेड्डी स्नेहहित रेड्डी उर्फ ​​लकी रेड्डी के नाम से जाना जाता है   बचपन से  लकी रेड्डी क्रिकेट की ओर मैं ज्यादा इंटरेस्ट थाऔर ज्यादा क्रिकेट ही खिला करता थावहां स्थानी क्लबोन में कई बार कई अवार्ड भी लिया अंदर 11,14,19मैं कई मेडल हासिल किया

  दरअसल..  लकी रेड्डी के पिता को  क्रिकेट का बहुत शौक था। उनका चयन आंध्र में अंडर-13 के लिए हुआ था।कई सालों के बाद हालांकि, बिजनेस के लिए न्यूजीलैंड जाने और वहां बसने के बाद भी उन्होंने क्रिकेट के प्रति अपने जुनून को खत्म नहीं किया। वहां के क्लब में अक्सर टूर्नामेंट खेलते थे। इसी क्रम में वे अपने तीन साल के बेटे स्नेहित रेड्डी उर्फ लक्की रेड्डी को अपने साथ ले कर जाते थे और उसे छुट्टन से ही खेल सिखाया जाता करते थे.

इसके साथ ही न्यूजीलैंड के क्लबोन मेंखेलते खेलतेखेल की तकनीकीलग्न के साथवहां के सीनियर खिलाड़ियों के नजर में चमक गयाऔर उसेन्यूजीलैंड के टीम में ( सिलेक्ट) चयन करने के लिए कई लोगों ने सिफारिश भी किया लकी रेड्डी ने धीरे-धीरे तकनीक सीख ली और उसमें पारंगत हो गए। 

इस तरह छुट्टन से ही उन्हें अंडर-11 टीम में जगह मिल गई. उसके बाद..न्यूजीलैंड के हैमिल्टन ओल्ड बॉयज हाई स्कूल में प्लस-2 की पढ़ाई के दौरान अपने खेल के अंदाज से उन्हें स्कूल की स्पोर्ट्स टीम में जगह मिल गई। इसके बाद... 14 साल की गारंटी # हैमिल्टन पुरुष टीम में जगह मिली और हैमिल्टन सीनियर पुरुष टीम के लिए प्रीमियर लीग बल्लेबाज बन गए। उन्होंने एक स्पिन गेंदबाज से लेकर एक ऑलराउंडर के रूप में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।  उसके पश्चात न्यूजीलैंड के  उत्तरी जिलों में विभिन्न क्रिकेट टूर्नामेंटों में अपनी अप्रतिम प्रतिभा से सभी का ध्यान आकर्षित किया है। इस प्रकार, उन्होंने नॉर्दर्न डिस्ट्रिक्ट्स की फ्रेंचाइजी टीम में अंडर-17 टूर्नामेंट में भी खेला था और सबसे मूल्यवान खिलाड़ी के रूप में पहचाने गए। इस तरह स्नेहितरेड्डी उर्फ लक्की रेड्डी ने न्यूजीलैंड के उत्तरी जिलों में टूर्नामेंट खेले और अपनी प्रतिभा से एक पायदान चढ़ते गए। 17 साल की उम्र में स्नेहितरेड्डी को अंडर-19 विश्व कप के लिए चुना गया और वह न्यूजीलैंड का प्रतिनिधित्व करेंगे। विश्व कप 21 जनवरी 2024 से दक्षिण अफ्रीका में आयोजित किया जाएगा। वर्तमान में, लकी रेड्डी कोच क्रिस कुगेलिन और बीजे वाटलिंग की देखरेख में अभ्यास कर रहे हैं। देवी रेड्डी स्नेहीत रेड्डी ने कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की दुनिया में अपना नाम कमाना चाहते हैं वहां के कई अखबारों मेंइन्होंने कहा कि मैं अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी बनना चाहता हूंमेरी सिर्फ जुनून यही हैकहते थे.. वह क्रिकेट के इतिहास में मील के पत्थर दर्ज करना चाहते हैं इस तरह की कई समाचारों मेंभी छाए रहे  भारतीयोंके दिलों में भीअब स्नेहित रेड्डी उर्फ लकी रेड्डी लोकप्रिय होने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे ऐसा लगता है

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